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5378 GI/2016 (1) jftLVªh la ö Mhö ,yö&33004@99 REGD. NO. D. L.-33004/99 vlk/kj.k EXTRAORDINARY Hkkx II—[k.M 3mi&[k.M (i) PART II—Section 3—Sub-section (i) izkf/dkj ls izdkf'kr PUBLISHED BY AUTHORITY la- 804] ubZ fnYyh] eaxyokj] uoEcj 22] 2016@vxz gk;.k 1] 1938 No. 804] NEW DELHI, TUESDAY, NOVEMBER 22, 2016/AGRAHAYANA 1, 1938 वािण᭔य और उोग मंालय (औोिगक नीित और संवधᭅन िवभाग) अिधसूचना नई ᳰद᭨ली, 22 नव᭥बर, 2016 सा.का.िन 1081(अ).—िवफोटक अिधिनयम, 1884 (1884 का 4) कᳱ धारा 18 कᳱ अपेᭃानुसार, गैस िसलᱶडर िनयम, 2015 का ᮧाᱨप भारत सरकार के वािण᭔य और उोग मंालय (औोिगक नीित और संवधᭅन िवभाग) कᳱ अिधसूचना संया सा.का.िन. 779(अ) तारीख 13 अᲦू बर 2015 ᳇ारा भारत के राजप, असाधारण, भाग-II, ख᭛ड 3, उप- ख᭛ड (i) मᱶ ᮧकािशत कᳱ गई थी, िजसमᱶ उन सभी ᭪यिᲦयᲂ से िजनके इससे ᮧभािवत होने कᳱ संभावना है, उत अिधसूचना के राजप मᱶ ᮧकाशन कᳱ तारीख से पᱹतालीस ᳰदन कᳱ अविध कᳱ समाि के पचात आᭃेप और सुझाव आमंित ᳰकए गए थे; और उत राजप कᳱ ᮧितयाँ उसी तारीख को जनता को उपल᭣ध करा दी गई थᱭ; और के᭠ीय सरकार ᳇ारा उत ᮧाᱨप िनयमᲂ के िवषय मᱶ जनता से ᮧा᭡त आᭃेपᲂ और सुझावᲂ पर स᭥यक ᱨप से िवचार कर िलया गया है; अतः अब, के᭠ीय सरकार, िवफोटक अिधिनयम, 1884 (1884 का 4) कᳱ धारा 5 और धारा 7 ᳇ारा ᮧद᭜त शिᲦयᲂ का ᮧयोग करते ᱟए और गैस िसलᱶडर िनयम, 2004 का उन बातᲂ के िसवाए अिधᮓांत करते ᱟए अिधᮓमण ᳰकया गया है या लोप ᳰकया गया है, िनम्निलिखत िनयम बनाती है, अथाᭅतः- अ᭟याय 1 रंिभक 1 संिᭃ᭡त नाम और ᮧारंभ.- (1) इन िनयमᲂ का संिᭃ᭡त नाम गैस िसलᱶडर िनयम, 2016 है। (2) ये राजप मᱶ इनके ᮧकाशन कᳱ तारीख को ᮧवृत्त हᲂगे।
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  • 5378 GI/2016 (1)

    jftLVªh laö Mhö ,yö&33004@99 REGD. NO. D. L.-33004/99

    vlk/kj.k

    EXTRAORDINARY

    Hkkx II— [k.M 3—mi&[k.M (i)

    PART II—Section 3—Sub-section (i)

    izkf/dkj ls izdkf'kr

    PUBLISHED BY AUTHORITY

    la- 804] ubZ fnYyh] eaxyokj] uoEcj 22] 2016@vxzgk;.k 1] 1938 No. 804] NEW DELHI, TUESDAY, NOVEMBER 22, 2016/AGRAHAYANA 1, 1938

    वािण य और उ ोग मं ालय

    (औ ोिगक नीित और सवंधन िवभाग)

    अिधसचूना

    नई द ली, 22 नव बर, 2016

    सा.का.िन 1081(अ).—िव फोटक अिधिनयम, 1884 (1884 का 4) क धारा 18 क अपे ानसुार, गैस िसलडर िनयम, 2015 का ा प भारत सरकार के वािण य और उ ोग मं ालय (औ ोिगक नीित और संवधन िवभाग) क अिधसूचना सं या सा.का.िन. 779(अ) तारीख 13 अ ू बर 2015 ारा भारत के राजप , असाधारण, भाग-II , ख ड 3, उप-ख ड (i) म कािशत क गई थी, िजसम उन सभी यि य स ेिजनके इससे भािवत होने क सभंावना ह,ै उ त अिधसूचना के राजप म काशन क तारीख से पतालीस दन क अविध क समाि के प चात आ ेप और सुझाव आमिं त कए गए थे; और उ त राजप क ितया ँउसी तारीख को जनता को उपल ध करा दी गई थ ; और के ीय सरकार ारा उ त ा प िनयम के िवषय म जनता से ा त आ ेप और सझुाव पर स यक प स ेिवचार कर िलया गया ह;ै

    अतः अब, के ीय सरकार, िव फोटक अिधिनयम, 1884 (1884 का 4) क धारा 5 और धारा 7 ारा द त शि य का योग करते ए और गैस िसलडर िनयम, 2004 का उन बात के िसवाए अिध ांत करते ए अिध मण कया गया ह ैया लोप कया गया ह,ै िनम् निलिखत िनयम बनाती ह,ै अथातः-

    अ याय 1 ारंिभक

    1 सिं त नाम और ारंभ.- (1) इन िनयम का सिं त नाम गैस िसलडर िनयम, 2016 ह।ै

    (2) ये राजप म इनके काशन क तारीख को वृत् त ह गे।

  • 2 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]

    2. प रभाषाएँ- इन िनयम म, जब तक क संदभ से अन् यथा अपिे त न हो,-

    (i) "अिधिनयम" से िव फोटक अिधिनयम, 1884 ( 1884 का 4) अिभ ते ह;ै

    (ii) "ओटो एलपीजी" स े भारतीय मानक आई एस 14861 के िविनदश ओटोमो टव धन के िलए बनी िवत पे ोिलयम गैस अिभ ेत ह;ै

    (iii) "मु य िनयं क" से मु य िव फोटक िनयं क अिभ ेत ह;ै

    (iv) "सघंटक िसलडर" से जो धाि वक या अधाि वक अ तर पर बना िनरंतर फलामट िलपटे वाले ससंंिचत लार वाला िसलडर अिभ ेत ह।ै अधाि वक अ तर का उपयोग करने वाले क पोिजट िसलडर को पूण सघंटक िसलडर कहा जाता ह;ै

    (v) "संपीिडत गैस" स ेकोई थायी गैस, वशील गैस या दाब के अधीन व म िवलीन गैस िम ण अिभ ेत ह,ै एक बंद िसलडर म, जो या तो +150 सेि सयस पर 2.5 के.जी.एफ. ित वग सटीमीटर िनरपे ( 1.5 के.जी.एफ

    ित वग सटीमीटर गेज) या (+)500 सेि सयस पर 3 के.जी.एफ ित वग सटीमीटर िनरपे (2 के.जी.एफ. ित वग सटीमीटर गेज) स ेअिधक दाब या दोन का ायोजिनक व को िमलाकर द शत करती ह;ै

    प टीकरण: इस धारा के योजन के िलए हाइ ोजन लोराइड संपीिडत गैस के अंतगत आती ह,ै य िप इसका वा प 500 सेि सयस पर 1.7 स े1.8 वायमुंडल गेज होता ह।ै

    (vi) कसी प न के संबंध म, "संर क" के अंतगत, भारतीय प न अिधिनयम, 1908 (1908 का 15) क धारा 7 के अधीन उस प न के संर क के प म िनयु त अिधकारी या यि िनकाय के ािधकार के अधीन काय करने वाला कोई यि भी ह;ै

    (vii) "िनयं क" के अंतगत संयु त मु य िव फोटक िनयं क, उप मु य िव फोटक िनयं क, िव फोटक िनयं क और उप िव फोटक िनयं क सि मिलत ह;ै

    (viii) "संपीिडत बायो गैस (सीबीजी) से अिभ ेत ह ैजो मु य प स े गैसीय प म मीथेन वाली हाइ ोकाबन गैस और वा प का िम ण अिभ ते ह,ै जो पौध और पशु के अपिश के अपघटन ारा िन मत ह,ै मु य िव फोटक िनयं क ारा आटोमो टव धन के प म और औ ोिगक अनु योग के िलए वीकृत, िनयम या मानको के अंतगत आव यकता के अनु प िवशु और संपीिडत कया गया ह।ै

    (ix) "संपीिडत ाकृितक गैस (सी.एन.जी.)" से मु य प से गैसीय प म मीथेन या हाइ ोजन और मीथेन के उिचत िम ण यु त हाइ ोकाबन गैस और वा प का िम ण अिभ ेत ह,ै िजसे ओटोमो टव धन और औ ोिगक

    यो यता के िलए संपीिडत कया गया ह;ै िजसमे संपीिडत बायो गैस म सि मिलत ह।ै

    (x) “समे कत सीएनजी िड पे सग ईकाई" से एक एक कृत इकाई अिभ ेत ह ैिजसम सीएनजी भडंारण का केड, सीएनजी संपीडक और सीएनजी िड पे सग इकाई आपस म एक दसूरे के साथ जुड़ी ई ह ैऔर एक ब से के अंदर अंतः थािपत ह।ै

    (xi) "सी.एन.जी. मातृ टेशन" से ाकृितक गैस पाइपलाइन स ेजुड़ी और मु य प से उप टेशन के चल कासकेड को भरने के िलए बने सपंीडन वाली सी.एन.जी.सिुवधाए ंअिभ ेत ह; ऐसे टेशन म वाहन म सी.एन.जी.

    दान करने के िलए ि थर कासकेड भी हो सकत ेह;

    (xii) "सी.एन.जी. आन लाइन टेशन" से ाकृितक गैस पाइप लाइन से जुडी और मु य प से वाहन म सी.एन.जी. भरने क सिुवधाए ंअिभ ते ह;ै

    (xiii) "सी.एन.जी. उप टेशन" स ेऐसी सी.एन.जी. सुिवधाए ंअिभ ेत ह जो ाकृितक गैस पाइप लाइन स ेजुडी नह ह।ै ऐसे सी.एन.जी. िड प सग टेशन मोबाईल कासकेड स ेसी.एन.जी. ा त करते ह;

    (xiv) "सी.एन.जी. बू टर उप टेशन" से ऐसी सी.एन.जी. सुिवधाए ंअिभ ेत ह जो ाकृितक गैस पाइप लाइन स ेजुडी नह ह ैऔर वाहन म धन भरन ेके िलए िड चाज दबाव म वृि करन ेहतुे ऐसे सी.एन.जी. िड प सग टेश स जहाँ मोबाईल या ि थर कासकेड बू टर संपीडक स ेजोडे गए हो;

  • ¹Hkkx IIµ[k.M 3(i)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 3

    (xv) " ािंतक तापमान" स ेवह तापमान अिभ ते ह,ै िजसके ऊपर गैस केवल दाब लगान ेस े िवत नह क जा सकती ह;ै

    (xvi) " ायोजेिनक आधान '' स े ऐसा दोहरी दीवार वाला उ मारोधी बंद धातु का आधान अिभ ेत ह,ै िजसका आयतन 500 िमलीलीटर स ेअिधक कतु 1000 लीटर से कम ह ैऔर जो मु य िनयं क ारा अनमुो दत कोड के अनसुार ायोजेिनक व के भरण, भंडारण और प रवहन के िलए बनाया गया ह;ै

    (xvii) " ायोजेिनक व" से ऐसी थायी गैस का तरल प अिभ ते ह ैिजसका सामा य थनाकं (बॉइ लग पॉइंट) (-) 1500 सेि सयस के नीचे ह,ै

    (xviii) "िसलडर परी ण टेशन '' से ऐसी सुिवधाए ंऔर अवसरंचना जो िसलडरो के आविधक परी ण और जांच के िलए आव यक ह;ै अिभ ते ह;ै

    (xix) "िवलीन एिस टलीन िसलडर " से सुर ा यिु सिहत या इसके िबना और वा व यु त ऐसा कोई िसलडर अिभ ते ह ैिजसम पोरस मास, िवलीन ऐिस टलीन के भ डारण के िलए िवलायक और वाय ुमंडलीय दाब तथा (+)150 सिे सयस के तापमान पर िवलायक को संतृ त करने के िलए कम से कम पया त मा ा क ऐिस टलीन समािव ट ह;ै

    प टीकरण- इस खंड के योजन के िलए, ऐिसटोन या उपयोग म लाया गया कोई िवलायक, ऐिसटीलीन गैस या पोरसमास या िसलडर या वा व क धात ुके सा थ रासायिनक ित या के यो य नह होगा।

    (xx) "िवलीन गैस" से ऐसी कोई गैस अिभ ेत ह ैजो दाब के अधीन कसी िविश ट गैस, जैसे ऐिसटोन म ऐिस टलीन या पानी म अमोिनया के िलए उपयु त कसी तरल िवलायक म िवलीन हो जाती ह;ै

    (xxi) "िजला ािधकारी" स ेअिभ ेत ह-ै- (क) पुिलस आयु त वाले नगर म पुिलस आयु त या पिुलस उपायु त; (ख) कसी अ य थान म िजला मिज ेट ह;

    (xxii) "िजला मिज ेट" के अतंगत, अपर िजला मिज ेट भी ह ैतथा पंजाब और ह रयाणा रा य म और पुडुचे र संघ रा य े के कराईकल, माह ेऔर यानाम े म, उपखंड मिज ेट भी सि मिलत ह;ै

    (xxiii) "फ स" से अनसुूची 5 म िव न द ट फ स अिभ ते ह;ै

    (xxiv) "भरण दाब" स,े +150 सिे सयस पर संप रव तत अिधकतम अिभ ते ह ैिजस पर थायी गैस के अधीन िवलीन गैस, गैस िसलडर म भरी जा सकती ह;ै

    (xxv) "भरण अनुपात" से, िसलडर म िव ट वशील गैस के भार से +150 सिे सयस म समानेवाले पानी के भार के बीच का अनुपात अिभ ेत ह;ै

    (xxvi) " वलनशील गैस" से ऐसी कोई गैस अिभ ेत ह ैजो या तो (आयतन के अनुसार) 13 ितशत या कम वायु के सा थ िम ण स े वलनशील िम ण बनाती ह ै या वाय ु के साथ िजसक वलनशीलता सीमा िन न सीमा का यान दए िबना,12 ितशत से अिधक ह ैऔर ये सीमांए वायुम डलीय तापमान और दाब पर अवधा रत क

    जाएंगी; प टीकरण – इस धारा के योजन के िलए , " वलनशीलन ेणी" स ेवायु के साथ गैस का जो वलनशील िम ण बनता ह ैउसम आयतन क दिृ स ेगैस के यूनतम और उ चतम ितिशत के बीच का अ तर अिभ ेत ह:ै

    (xxvii) " प" स ेअनुसूची 5 म दया गया प अिभ ेत ह;ै

    (xxviii) "गैस िसलडर " या " िसलडर " से संपीिडत गैस के भ डारण और प रवहन के िलए आशियत कोई बंद धातु आधान अिभ ते ह,ै िजसके अतंगत कसी मोटरयान म इसके धन टक के प म लगाया गया कोई िवत पे ोिलयम गैस (एल.पी.जी.) आधान अथवा संपीिडत ाकृितक गैस (सी.एन.जी.) िसलडर भी है, कतु इसके अंतगत कसी िवशेष प रवहन या अवच म लगाया गया ऐसा कोई अ य आधान नह ह ैऔर ऐसा क पोिजट िसलडर और ायो जिनक आधान भी सि मिलत ह ै िजसक सी.एन.जी. नाइ ोजन संपीिडत वायु आ द के

  • 4 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]

    भंडारण के िलए यु त िसलडर क जलीय मता 1000लीटर स े3000 लीटर तक अिधक हो सकती ह,ै परंत ुतब जब क ऐसे िसलडर का यास 60 सटीमीटर से अिधक न हो;

    (xxix) "गैस िसलडर कासकेड " से िसलडर का समूह (बैटरी) जो एकदसूरे स ेजोड ेगए ह,ै टयूब, ेलर, ब त व गैस आधान, और िसलडर के बंडल, आ द जो बीएस इएन-13769, बीएस इएन-13807, आईएसओ 10961 के अनु प ह ैया मु य िव फोटक िनयं क ारा वीकृत कोई अ य िविनदश के अनु प है, अिभ ते ह;ै

    (xxx) "उ चदाब वशील गैस"स े(-)100 सिे सयस और (+)700 सिे सयस के बीच ािंतक तापमान वाली वशील गैस अिभ ते ह;ै

    (xxxi) “एलपीजी िसलडर या अ य वेलिडत िसलडर का हॉट रपेयर या पुननवीयन ( रकंडीश नग)” से एलपीजी िसलडर या अ य वे डडे िसलडस क वा व सरं ण रग, फूट रग, अ य सुर ा मक उपकरण का ित थापन या मर मत और मु य िनयं क ारा वीकृत कोई अ य िविनदश या को स के अनुसार उ मा उपचार ारा अनु ेय ड स का िन कासन, अिभ ते ह;ै

    (xxxii) " व थैितक ितबल परी ण" से िसलडर को उसके परी ण दाब के बराबर व थैितक दाब के अधीन करना और िसलडर ारा झलेे गए थायी ितबल लेखब द करना अिभ ेत ह;ै

    (xxxiii) " व थैितक परी ण" से कोई ऐसा परी ण अिभ ते ह ैिजसम क िसलडर को उसके परी ण दाब के बराबर उसके व थैितक दाब के अधीन कया जाता है;

    (xxxiv) "आयात" से भिूम माग, समु माग या वायु माग से भारत म लाना अिभ ेत ह;ै (xxxv) "िनि य गैस" से ऐसी गैस अिभ ेत ह ैजो सधारण प से ितरोधी दशा म रासायिनक या क ितरोधी

    ह;ै

    (xxxvi) "िनरी ण ािधकारी" स े कोई ऐसा यि अिभ ेत ह ै जो गैस िसलडर , वा व तथा एलपीजी रेगुलेटर के अिभक पना, िविनमाण और परी ण के े म अहता ा त ह तथा िजसे उस े म यापक अनभुव ह ैऔर िजस े मु य िनयं क ारा गैस िसलडर , वा व तथा एलपीजी रेगुलेटर के िनरी ण और माणन के िलए मा यता दी गई ह;ै

    (xxxvii) " ित ठापन" से ऐसा कोई प रसर अिभ ते ह,ै िजसम कसी थान को, िसलडर म संपी ड़ीत गैस के िविनमाण (भरण) या भ डारण के िलए, िविश ट प स ेतैयार कया गया ह;ै

    (xxxviii) " वशील गैस" से ऐसी कोई गैस अिभ ेत है, जो (-)100 सेि सयस पर िवड हो सकती ह ै क तु 17.50 सेि सयस वायमु डलीय दाब (760 िम.मी.एच.जी.) के संतुलन म पूणत: वाि पत हो जाती ह,ै िजसका मान को िवषैली गैस के िलए 300 सेि सयस तक बढ़ाया जाएगा;

    (xxxix) " िवत पे ोिलयम गैस" से अिभ ेत ह ैकोई गैस िम ण िजसम मु य प से िन निलिखत हाइ ोकाबन या उनके िम ण का वा प दाब 650 सिे सयस पर 16.87 क. ा/से.मी2 (गेज) स ेअिधक नह हो:- ोपेन (सी3एच8),

    ोपीलीन(सी3एच6), यूटेन (सी4एच10), (एन- यूटेन और आइसो- यूटेन) और यूटीलीन (सी4एच8) ह;ै

    (xl) "िन न दाब वशील गैस" से (+)700 सेि सयस से अिधक ािंतक तापमान वाली वशील गैस अिभ ेत ह;ै

    (xli) "गैस के िविनमाण" स ेिसलडर को कसी संपी िड़ त गैस स ेभरना अिभ ेत ह ैऔर इसके अ तगत एक िसलडर स ेदसूरे िसलडर से संपी िड़ त गैस का अ तरण भी सि मिलत ह;ै

    (xlii) "आ सीकरणीय गैस" स ेऐसी गैस अिभ ेत ह,ै जो तुर त आक् सीजन छोड़ती ह ैया कसी िम ण से हाई ोजन हटाती ह ैअथवा िनगे टव इलै ोन को आक षत करती ह;ै

    (xliii) " थायी गैस" से ऐसी गैस अिभ ेत ह,ै िजसका ाि तक तापमान (-)100 सिे सयस स ेकम होता ह,ै अथात ऐसी गैस जो (-)100 सिे सयस स ेअिधक तापमान पर कसी भी दाब के अधीन, िवत नह हो सकती ह;ै

    (xliv) " यूमै टक परी ण '' से ऐसा परी ण जो, एक गैस िसलडर के यूमै टक दबाव, जो यूमै टक टे ट दबाव या व कग दबाव के बराबर पर कया गया हो, जसैा क िविनमाण कोड म िविन द ट ह,ै अिभ ेत ह ै।

  • ¹Hkkx IIµ[k.M 3(i)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 5

    (xlv) "जहरीली (िवषैली) गैस" स े ऐसी गैस अिभ ते ह ै िजसम मानव वसन के िलए वायु म अिधकतम अनु ये सां ता 150 सिे सयस और एक क. ा ित वग सिे सयस िनरपे दाब पर 100 िम. ा/एम3 से अिधक न हो;

    (xlvi) “पोरस मास” स-े िसलडर को भरने हते ुिसलडर शले म दािखल कया गया या ग ठत एकल या ब -घटक पदाथ जो क उसके िछ त होन ेके कारण सॉ वे ट अवशोिषत करने म सहायक होता ह,ै अिभ ेत ह।ै

    (xlvii) "अनसुूची" स ेइन िनयम से उपाब द अनसुूची अिभ ते ह;ै

    (xlviii) "अिधय भार" स—े

    (क) ऐिस टलीन िसलडर के संबंध म, थायी तौर पर उपाब द क ह फ टग सिहत िसलडर का भार अिभ ेत ह ैतथा इसके अ तगत वा व, सुर ा युि , पोरस मास, एिस टलीन को िवलीन के िलए िवलायक क अपिे त मा ा और वायुम डलीय दाब तथा 150 सेि सयस के तापमान पर िवलायक को संतृ प बनाने वाली एिस टलीन गैस का भार भी ह;ै

    (ख) वशील गैस िसलडर के संबंध म, थायी तौर पर उपाब द कसी फ टग सिहत िसलडर का भार अिभ ेत ह ैऔर उसके अ तगत वा व का भार भी ह;ै

    (ग) थायी गैस िसलडर के संबंध म, थायी तौर पर उपाब द फ टग सिहत और वा व के भार को छोड़कर, िसलडर का भार अिभ ेत ह;ै

    (घ) “ ायोजेिनक आधान” से आधान का वजन, उसके साथ लगे अ य थायी फ टग के साथ और िजसम वॉ स एवं ऊ मारोधन साम ी का वजन भी शािमल ह ैअिभ ते ह।ै

    (xlix) "परी ण दाब" स,े िसलडर के व थैितक परी ण, ितबल परी ण या वायवीय परी ण के िलए अपेि त आ त रक दाब अिभ ते ह,ै जैसा क िसलडर िविनमाण कोड म िविन द ट ह ै।

    (l) "प रवहन" से कसी सपंी िड़ त गैस स ेभरे िसलडर का एक थान से दसूरे थान को ले जाना अिभ ेत ह;ै

    (li) "जलधा रता" से 150 सिे सयस पर िसलडर ारा धारण कए जानेवाल ेपानी का आयतन, लीटर म, अिभ ेत ह;ै

    (lii) "िन न दाब वशील गैस के िलए कायकारण दाब" स े650 सिे सयस पर संतृ त वा प दाब अिभ ेत ह;ै

    प टीकरण – इस धारा के योजन के िलए, यह प ट कया जाता ह ै किविभ न गैस के संतृ त वा प दाब के िलए िविन द ट भारतीय मानक आईएस 37100 ह।ै

    liii. " थायी गैस के िलए कायकरण दाब" से 150 सेि सयस पर िसलडर म गैस का आंत रक दाब अिभ ते ह;ै

    liv. "पराभव साम य" से तनन परी ण म मूल गेज ल बाई के थायी तनाव के 0.2 ितशत के अनु प ितबल अिभ ते है।

    अ याय 2 साधारण उपब ध

    3.िसलडर का भरण, क जा, आयात और प रवहन.-(1) कोई भी यि , कसी िसलडर म संपीि़डत गैस तब तक नह भरेगा या ऐसे भरे गए या भरे जान े के िलए आशियत िसलडर को तब तक आयात नह करेगा, क जे म नह रखेगा या उसका प रवहन नह करेगा जब तक क-

    (क) ऐस े िसलडर और उसको वा व को, मु य िनयं क ारा जारी कए गए कसी आदशे ारा, समय समय पर, यथासंशोिधत अनुसूची 1 म िविन द ट कार और मानक का नह बनाया गया ह;ै

  • 6 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]

    (ख) िसलडर और उनके वा व क बाबत िनरी ण ािधकारी ारा जारी कया गया परी ण और िनरी ण माणप , मु य िनयं क को उपल ध नह कर दया जाता ह ैऔर उ त ािध कारी का पूव अनुमोदन ा त नह

    कर िलया जाता ह।ै

    (2) उपिनयम (1) के खंड (ख) के अधीन अनुमोदन ा त करने के िलए िन निलिखत िविशि यां मु य िनयं क को तुत क जाएंगी, अथात:--

    i. िसलडर क कुल सं या और म सं याकं;

    ii. िसलडर के िविनमाता के नाम और पत;े

    iii. िसलडर और वा व के िविनदश;

    iv. पूव अनुमोदन, य द कोई हो;

    v. िसलडर क बाबत परी ण और िनरी ण माणप ;

    vi. िसलडर म लगाए गए/लगाए जाने वाल ेवा व स ेसंबंिधत परी ण और िनरी ण माणप ;

    vii. अनसुूची 5 म यथािविन द ट सवंी ा फ स।

    (3) (क) िनरी ण ािधकारी, उसके ारा अनमुो दत अिभक पना और िविनदश या कोड के अनुसार िनरीि त और मािणत िसलडर और वा व के संबंध म अपेि त परी ण और िनरी ण माणप म अनुसूची 2 म दी गई जानकारी समािव होगी।

    (ख) मु य िनयं क अनमुोदन जारी कर सकते ह,ै ऐसी जांच करने के बाद, य द कोई हो, ोटो टाईप के उ पादन के िलए आव यक अनमुित दे सकते ह,ै जैसा वह आव यक समझते है।

    (ग) िविनमाता के भौितक मू याकंन, जैस,े िनरी ण, परी ण, वािलटी िनयं ण सिुवधाएं और ोटोटाइप के कार के परी ण क सा य का काय मु य िव फोटक िनयं क ारा नािमत तकनीक अिधका रय ारा कया जाए। उनके साथ उ पाद के िनमाण हतेु फम क मता का आकलन करने हते ुिनरी ण ािधकारी के तकनीक दल ारा अपनी िसफा रश के साथ मु य िनयं क को िनरी ण रपोट तुत क जाएगी।

    (घ) मु य िनयं क खंड (क) और(ख) म िन द आव यकता के संतोष द अनुपालन क ाि एवं िनरी ण रपोट के सभी पहलु का परी ण करते ए आव यक जांच, य द कोई हो, अिधिनयम और इन िनयम के अतंगत अ य उपाबंध के अधीन, जैसा वह ज री समझ,े िविनमाता को िलिखत आदशे के ारा थमतः एक वष क अविध के िलए, समाधान द दशन रपोट क ाि पर और अिधक बढाई जा सकती ह, या तो अनुमोदन जारी कर सकते ह ैया उसे जारी करन ेस ेइंकार कर सकते ह ै।

    (ङ) िवदशेी िविनमाता ारा अनुमोदन के िलए आवेदन के मामले म इकाई के भौितक मू याकंन के िलए अनसुूची 5 के अनसुार फ स का भुगतान कया जाएगा:

    परंत ुमु य िनयं क िनरी ण कए िबना अनुमोदन जारी करते ह ैतो वह िविन मत िसलडर या वॉ स के लिंबत अविध के भौितक मू याकंन हते ुअ थाई अनुमोदन जारी करगे । यह लिंबत अविध खंड (ख) म यथा िविन द अविध ह,ै जो िविनमाण सिुवधा के भौितक मू यांकन हतेु आव यक हो सकती ह;ै और िवदशेी िविनमाता के इकाइय का पुनमू याकंन हर पाचं वष क अविध म एक बार कया जाएगा।

    (च) िवदशेी िविनमाता को अनमुोदन जारी करने के दौरान उपिनयम (3) (क) से (ङ) म दी गई या का पालन करन ेस ेपूव, उनक िस ैक रकॉड उपलि धया,ं िविनमाण े म दस वष का अनुभव और बाजार म यापक िह सेदारी का िवचार कया जाएगा।

    (छ) अिभक पना ा ग म कसी बदलाव करने के संबंध म आगामी अनुमोदन हतुे अनुसूची 5 म िविन द ानुसार संवी ा शु क का भगुतान कया जाएगा ।

  • ¹Hkkx IIµ[k.M 3(i)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 7

    (4) (क) िसलडर , वा व , वत: बंद होनेवाल ेवा व से सलं न एल.पी.जी. रै यलूटेर , ब काय वा व और अ य फ टगो का िविनमाण करने का इ छुक कोई यि मु य िनयं क स ेअनुमोदन लेगा और ऐसा अनुमोदन लेन ेके िलए अनुसूची 3 म व णत िविशि य और अनुसूची 5 म यथािविन द ट संवी ा फ स के साथ िनरी ण ािधकारी ारा स यक

    प से पृ ठां कत अिभक पना रेखािच और प रकलन ततु करेगा।

    (ख) अिभक पना ा ग म कसी बदलाव करने के संबंध म आगामी अनुमोदन हते ु अनुसूची 5 म िविन द ानुसार संवी ा शु क का भगुतान कया जाएगा।

    (5) उपिनयम(1) म कसी बात के होते ए भी, िसलडर िजनके िविनदश समय समय पर संशोिधत कए गए हो, जो अनसुूची 1 म िविन द ट िविनदश के अनु प नह ह ैऔर भरण के िलए उ व दशे के िलए लदाई करने या भारतीय प तन से होकर िवदशे जा रह ेजलयान को दाय करने के िलए भारत म आयात कए गए ह, ऐसी गैस को भरा जा सकता ह,ै अथात,-

    (क) िसलडर का, यथाि थित, वचालीय या व थैितक परी ण, इन िनयम म िविन द ट अविध के भीतर कया गया ह ैतथा परी ण के दौरान लगाया गया दाब, िसलडर पर अं कत परी ण दाब होगा।

    (ख) िसलडर म-

    (i) कम दाब वाली वशील गैस के िलए भारतीय मानक 3710 और अिधक दाब वाली वशील गैस के िलए भारतीय मानक 15975 म िविन द ट भरण अनुपात से अिधक कोई वशील गैस नह भरी गई ह;ै

    (ii) िजस दाब के िलए िसलडर अिभकि पत कया गया ह,ै उस दाब से अिधक कोई थायी गैस नह भरी गई ह;ै

    (ग) भरण टेशन पर िसलडर के परी ण और भरण का अलग-अलग अिभलेख रखा जाता ह;ै

    (घ) भरे ए िसलडर भरण टेशन से हटाकर यथासभंव शी पोत पर लादा दए जाते ह।

    4. वा व—(1) गैस िसलडर म लगे वा व िन निलिखत िविनदश के पूणतया अनु प ह गे, अथात्:-

    i. औ ोिगक गैस िसलडर और सीएनजी ऑन-बोड िसलडर के संबंध म, भारतीय मानक आईएस 3224;

    ii. िच क सीय गैस िसलडर के सबंंध म, भारतीय मानक आईएस 3745;

    iii. वसन सािध के साथ योग म लाए जानेवाले िसलडर के िलए, समय समय पर यथासंशोिधत भारतीय मानक आईएस 7302;

    iv. िवत पे ोिलयम गैस भरने के िलए उपयोग कए जानेवाले िसलडर के संबंध म, 5 लीटर से अनिधक जल धा रता वाले िसलडर के िलए भारतीय मानक आईएस 8776 और 5 लीटर से अिधक जल धा रता वाल ेिसलडर के िलए भारतीय मानक आईएस 8737;

    v. आटो-एल.पी.जी. अधानो के सबंंध म भारतीय मानक आईएस 15100;

    vi. छोटे शीतक िसलडर के संबंध म भारतीय मानक 12300;

    vii. एलपीजी गैस िसलडर को फट कए गए एलपीजी रेगुलेटस के संबंध म भारतीय मानक आईएस 9798;

    viii. ायोजेिनक आधान को फट कए गए वा व के संबंध म -मु य िनयं क ारा वीकृत सिंहताएं ।

    ix. मु य िनयं क ारा अनमुो दत अ य मानक के अनु प वा व के संबंध म ।

    परंतु य द मु य िनयं क क यह राय ह ै क लोकिहत म ऐसा करना आव यक ह,ै तो वह, जो वा व और एलपीजी रेगुलटेस क ह िविनदश के अनु प नह ह,ै उनके उपयोग क अनुमित द ेसकता ह।ै

    (2) काबन डायआ साइड िसलडर म लगे वा व को उसक बॉडी म एक नरम कए गए तांबे क िड क से बना सुर ा मोचन इस कार लगा होगा क वह 200 और 220 क. ा. ित वग सटीमीटर के बीच दाब पर ब ट हो जाए।

  • 8 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]

    (3) वलनशील गैस वाल ेिसलडर के िलए वा व म, िजनको भारतीय मानक आईएस 3224 म सूचीब द नह कया गया ह,ै पाइप या अ य संयोजन के िलए बा ओर चूड़ी वाले पच िनगम लगे ह गे।

    (4) येक अ य वा व म दािहनी और घूमने वाली चूि़डय वाले पच िनगम लगे ह गे। (5) वा व, िसलडर नॅक म पच ारा लगाया जाएगा, न क कसी थायी स ब धन या बीच म अनुकूलक (एडे टर) लगाकर। (6) तकु- चािलत वा व का िडजाइन इस कार का होगा क जब इस े िसलडर म लगाया जाए, तब तकु को सामा य

    चालन दशा म िनकालना सभंव नह होगा। 5. सरु ा मोचन यिु या ं:- (1) य द भारत म िविन मत िसलडर क बाडी म सरु ा मोचन युि यां लगी ई ह ैतो ऐसी

    सुर ा युि यां भारतीय मानक आईएस 5903 के अनसुार िविन मत क जाएंगी और अनुरि त क जाएंगी। (2) घृणाजनक या िवषलैी गैस से भरे िसलडर म सुर ा यिु नह लगी होगी।

    प ीकरण:- इस उपिनयम के योजन के िलए,"घृणाजनक या िवषैली गैस " के अंतगत काबन मोनोआ साइड, हाइ ोसायिनक एिसड,हाइ ोजन लोराइड, हाइ ोजन ोमाइड, हाइ ोजन लोराइड, स फर डाइआ साइड, लोरीन, िमथाइल ोमाइड, नाइ ोिसल लोराइड, टाउन गैस, हाइ ोजन स फाइड, काब नील लोराइड

    (फॉसजीन), सायनोजीन, सायनोजीन लोराइड, लोरीन और काबन आ सी लोराइड सि मिलत ह। (3) य द इस दशे म उपयोग के िलए अनमुो दत और िवदशे म िविन मत िसलडर म सुर ा मोचन यिु लगी ह ैतो ये

    युि यां उन िविनदश क , िजनके अनुसार वे मूलत: बनी ह, अपे ा के अनुसार लगाई जाएंगी। 6. िसलडर पर िच नाकंन :- (1) िसलडर पर िच नांकन िन निलिखत के अनुसार होगाः-

    (क) येक गैस िसलडर को िन निलिखत शत के अनुसार टा प लगाकर उ क णन या ऐसी ही या ारा सु प टत: और थायी प स ेिच नाकंन कया जाएगा, अथात-

    (i) जो गढ़ाई या अ य साधन ारा उसके कंध पर, बिलत कया जाएगा, या (ii) उसके ऐस ेभाग पर, जो िसलडर स ेअ व छेद प म ब द ह ैऔर िजस पर िसलडर के भीतर क गैस दाब के

    ितबल से भाव नह पड़ता ह ैया नग य भाव पड़ता ह।ै (ख) य द संर ण या भंगुरता का जोिखम ह ैतो िसलडर पर नाम प ट्टका सो डर करके नह लगाई जाएगंी। (ग) मलू िच नाकंन के साथ ही िनयितकािलक िनरी ण के समय ा त परी ण आकंड़ो क मोहर लगाने के िलए थान

    छोड़ा जाएगा। (घ) िच नांकन इस कार कया जाएगा और योग म लग जानेवाल ेअंक और अ र ऐसे आकार और माप के ह गे क

    िच नाकंन को प टतया और आसानी स ेपढ़ा जा सके और उसम कोई गलती क स भावना न हो। (2) थायी और वशील िसलडर पर िच नांकन िन निलिखत के अनसुार होगा:-

    (क) येक िसलडर पर िन निलिखत िच नाकंन कया जाएगा, अथात:-

    (i) िविनमाता, वामी और िनरी क के िच ह और म सं याकं (इन िच नाकंन को मु य िनयं क के पास रिज ीकृत कराया जाएगा);

    (ii) िविनदश, िजसके अनुसार िसलडर बना ह;ै

    (iii) िविनमाण के दौरान या मर मत के प चात् क गई उ मा अिभ या (जैसे सामा यीकरण, शमन या परावतन) क कृित को दशान ेवाला सकेंत;

    (iv) यथाि थित, िपछल े व थैितक परी ण, या व थिैतक वृि द परी ण क तारीख तथा उस मा यता ा त परी ण थान का सकेंत िच ह जहा ं परी ण कया गया ह।ै संकेत िच ह मु य िनयं क के पास रिज ीकृत कराया जाएगा और िवत पे ोिलयम गैस िसलडर क दशा म उसक गदन के घेरे पर या कंध पर परी ण क ितमाही और वष क बाबत अित र त िच हाकंन कया जाएगा;

    (v) कायकरण दाब और परी ण दाब;

  • ¹Hkkx IIµ[k.M 3(i)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 9

    (vi) आधेय भार- प टीकरण – इस खंड के योजन के िलए वशील गैस िसलडर क दशा म, आधेय भार म िसल डर म लगे

    वा व का भार भी स मिलत होगा। वा व का भार अलग से दशाया जाएगा।

    (vii) जल मता।

    (viii) हाइ ोजन और एिं टलमट गैस के िलए िच नाकंन "एच";

    (ix) सीएनजी ऑन-बोड िसलडर , अ य सीएनजी िसलडर , और ऑटो एलपीजी अधान पर समाि तारीख का िच नाकंन

    (ख) िविनमाता के िच हांकन के िसवाय, जो आधार पर लगे हो सकते ह, सभी िच हांकन, िसलडर क गदन के िसरे पर कया जाएगा। तथािप, सीम रिहत िसलडर, िजनम पाद मु का या घेरा नह ह,ै तो िसलडर के गदन के िसरे पर

    िविनमाता का िच हांकन कया जाएगा। 7. वा व पर िच हाकंन:- िसलडर म लगे वा व पर, टा प लगाकर, उ क णन या समान या ारा सु प टतया और थायी तौर पर िन निलिखत िविशि यां िच हां कत क जाएगी, अथात:-

    i) वा व का िविनदश; ii) िविनमाण का वष और ितमाही

    iii) िविनमाता का तीक iv) कायकरण दाब; v) िजस गैस के िलए वा व का उपयोग कया जाना ह,ै उसका नाम और रासयिनक तीक; vi) िनगम दार क पच क चूड़ी का कार अथात् बाएं हाथ वाली (बा.हा.);

    vii) िनरी क क टा प; जह िडप टयुब दी गई ह, वहाँ वा व पर या िसलडर पर वा व के बीच म लगे बैज पर सु ट और थायी िच हांकन ारा िवशेष िनदश दए जाएंगे और ुब क िमलीमीटर म कुल ल बाई भी दशाई जाएगी।

    8. पहचान रंग.- (1) कसी िसलडर म कोई सपंी िडत गैस भरने वाला येक यि , उसके भ डारण या ेषण के पूव यह सुिनि त करेगा क िसलडर को, औ ोिगक िसलडर क दशा म भा.म. आईएस 4379, अि शामक यं हते ुभारतीय मानक आईएस 15683 या भारतीय मानक आईएस 2878 और िच क सीय िसलडर क दशा म भारतीय मानक आईएस 3933 म िविन द ट यथोिचत पहचान रंग म रंग दया गया ह।ै (2) नई गैस और गैस िम ण के िलए यु त िसलडर को, िजनके िलए पहचान रंग उपिनयम (1) म नह दए गए ह,

    िन निलिखत सारणी म दशाए गए रंग से रोगन कया जाएगा, अथात:्-

    िसलडर म भरी गैस का नाम िसलडर के कवच का रंग

    िसलडर क गदन के िसरे का रंग

    अ वलनशील और अिवषैली सफेद --

    अ वलनशील क तु िवषलैी सफेद पीला,(भारतीय मानक आईएस मानक रंग सं. 356)

    एल.पी.जी. स े िभ न, वलनशील क तु अिवषलैी

    सफेद लाल,(भारतीय मानक आईएस मानक लाल रंग सं. 537)

    वलनशील और िवषैली सफेद लाल और पीला, (भारतीय मानक आईएस मानक रंग सं.537और 356)

    गैस िम ण (भारतीय मानक 4379 या भारतीय मानक

    मु य गैस रंग िसलडर क लंबाई के लगभग 1/5 बड चौड़ाई वाली माइनर गैस।

  • 10 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]

    :3933 के अंतगत न आन ेवाले)

    अि शामक लाल लाल(भारतीय मानक आईएस 5 मानक रंग 536 और 538)

    ट पण- गैस िम ण के िलस ेआशियत िसलडर को "गैस िम ण" या "िम ण गैस"से िच नां कत कया जा सकता ह।ै इसके अित र त य द िसलडर कसी िविश ट गैस िम ण के िलए थायी प म यु त होते ह तो िसलडर को िम ण के संघटक के नाम से ( तीक य द आव यक हो तो) टा प लगाकर और य द िसलडर कसी िविश ट गैस िम ण के िलए यदाकता यु त होता ह ैतो पट लगाकर िच नां कत कया जाएगा।

    (3) कोई भी यि गैस िसलडर पर रोगन कये गए रंग म कसी भी कार छेड़छाड़ या प रवतन नह करेगा:

    परंत ुइस उपिनयम क कसी भी बात के होते ए, वह िसलडर के अनुर ण के िलए आव यक होने पर इन िनयम के अनसुार उस पर वही पहचान रंग, जो उस पर पहले से पट ह,ै पुन: रोगन करने या िसलडर को एक गैस सेवा से दसूरी गैस सेवा के िलए प रव तत करने के िलए उसे पुन: रोगन करने को िनिष करती ह।ै 9. िसलडर पर लबेल लगाना- (1) येक िसलडर पर गैस के नाम और उस यि के नाम तथा पते का, िजसके ारा िसलडर म गैस भरी थी, लेबल लगाया जाएगा। (2) येक िनयात कए जाने वाले िसलडर को आईएस ओ 7225 के साथ एच ए जेड सी एच ई एम यूएन नंबर के अनुसार गैस का नाम अं कत कया जाएगा। (3) थायी या वशील गैस से भरे येक िसलडर स ेिन निलिखत से िन निलिखत िनबंधन संल न क जाएगी, अथात्:-

    "चतेावनी" गसै िसलडर िनयम, 2016

    i) इस िसलडर का रंग न बदिलए।

    ii) इस िसलडर म अभी जो गैस भरी ह,ै उसस ेिभ न कोई गैस नह भरी जानी चािहए।

    iii) इस िसलडर के ठीक समीप या उसी कमरे म, जहा ँ यह रखी जाती ह,ै कसी भी वलनशील साम ी का भ डारण नह कया जाना चािहये।

    iv) इस िसलडर के वा व का अ य फ टग पर कोई भी तले या त समान नेहक का उपयोग नह कया जाना चािहय।े

    v) कृपया परी ण क अगली तारीख दखे, जो िसलडर क गदन और वा व के बीच लगाये गए धातु रग पर िच नां कत ह ैऔर य द वह तारीख बीत चुक ह ैतो भरने के िलए िसलडर अपिे त न कर।

    10. िसलडर के प रदान या षेण पर िनब धन.- (1) कोई भी यि भारत म कसी ऐसे अ य यि को, जो इस कार को संपी िडत गैस िसलडर रखने के िलए अनु ि धारी या उसका ािधकृत अिभकता नह ह,ै संपीिडत गैस से भरे िसलडर का प रदान या ेषण तब तक नह करेगा जब तक क उसे इन िनयम के अधीन अनु ि के िबना ऐसे संपीिडत गैस िसलडर रखने के िलए छूट नह िमली ई है।

    (2) उपिनयम (1) के अधीन कसी यि ारा प रद त या िेषत गसै िसलडर , उस कार के ह गे िजसके िलए उस ेअनु ि दी गई ह ैऔर ऐसे प रद त या ेिषत गैस िसलडस क सं या, उस सं या से अिधक नह होगी, िजसे रखने के िलए इन िनयम के अधीन वह यि , िजसे ऐसा प रदान या ेषण कया गया ह,ै ािधकृत ह।ै

    (3) उपिनयम (1) और उपिनयम (2) क कोई बात संघ के र ा बल , प तन ािधका रय या रेल शासन और अ य अधसैिनक बल को गैस िसलडर स ेप रदान या ेषण लागू नह होगी ;

    पंरत,ु इन संगठन के क याण संघ ारा चलाई जाने वाली सहकारी सिमिताय के िलए इस उप-िनयम के उपाबंध लागू नह ह गे ।

    11.सीवन रिहत गैस िसलडर क उपयोग के दौरान मर मत-

    कोई यि कसी सीवन रिहत गैस िसलडर के ढांचे म कोई मर मत नह करेगा या उसक मर मत नह कराएगा।

  • ¹Hkkx IIµ[k.M 3(i)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 11

    12.वलेिडत कए गए/झाल े ए िसलडर क मर मत- (1) वेलिडत कये गए या पीतल से झाले ए िसलडर का वै ड क ई या पीतल से झाली ई सीवन से िभ न कसी भी थान पर रसने वाले िसलडर क मर मत नह क जाएगी और उस ेअ यो य ठहरा दया जाएगा।

    (2) वेलिडत कये गए/पीतल स ेझाले सीवन वाल ेिसलडर म लघु दोष क मर मत, जैसे, डे स, फूट रग को ित, वॉ व संर ण र स और अ य संर ण फटम स अनु ात क जा सकती है पर त ुयह तब, जक क—

    (क) घषण,त टन,गतन या अ य अनमुो दत रीितय ारा ु टय दरू कर दी गई हो;

    (ख) िसलडर के िविनमाता के प रसर या मु य िनयं क ारा अनुमो दत प रसर म यो य और अनभुवी यि के पयवे ण के अधीन मािणत वै डर ारा मर मत क गई हो।

    (ग) मर मत के प चात् िसलडर ठीक ढंग से उ मोपचा रत कये जाते ह,

    (घ) िसलडर को वै ड क गई या पीतल स ेझाली ई सीवन रेिडयो ाफ क गई ह ैय द इसके िविनमाण के प चात् िसलडर को मूलत: रेिडयोगाफ कया जाना अपिे त था;

    (ङ) मर मत और उ मोपचा रत के प चात् िसलडर क उसी वातीय और व थैितक या व थैितक ितबल जांच क जाती है, जसैा क िविनमाण के समय क गई थी।

    (3) वेलिडत कय ेगए या पीतल से झाल े ए िसलडर मर मत के पूव, पूणत: साफ कये जाएंगे या गैस मु त कय ेजाएंगे या अ यथा त त काय करने के िलए सुरि त प म तैयार कय ेजाएंगे और कंपनी म िनयोिजत यि िजस ेसंबंिधत े का कायानुभव हो, ारा िलिखत प म यह मािणत कया जाएगा क िसलडर को इस कार तैयार कया गया ह।ै माणप तीन मास तक प र रि त कया जाएगा और मांग कए जाने पर मु य िनयं क के सम तुत कया जाएगा। (4) कोई भी यि कसी िसलडर म, िजसक उपिनयम(2) के अधीन मर मत क गई ह,ै कोई गैस तब तक पनु: नह भरेगा जब तक क िसलडर क बाबत क गई मर मत और परी ण क पूरी रपोट, मर मत करनेवाल ेके परी ण माणप के साथ मु य िनयं क को तुत नह कर दी जाती और उसके पनुभरण के िलए उसक अनु ा अिभ ा त न ह कर ली जाती। (5) उपिनयम(2) म कसी बात के होते ए भी, कसी िवलीन एसे टलीन गैस िसलडर क , िजसक वै ड सीवन म रसन हो, कोई मर मत नह क जाएगी।

    (6) अनसुूची 5 म यथा िनधा रत फ स।

    13.बालक और म यि य के िनयोजन का ितषधे- अठारह वष क आयु स ेकम आयु को कोई बालक तथा कोई यि , जो म ता क हालत म ह,ै सपंीिडत गैस िसलडर क लदाई, उतराई या प रवहन काय म, या इन िनयम के अधीन अनु त कसी प रसर म, िनयोिजत नह कया जाएगा। 14. धू पान,अि , काश और खतरनाक पदाथ का ितषधे- (1) कसी भी समय ऐस े थान के समीप, जहां वलनशील गैस के िलए िसलडर का भरण, भ डारण या धरा-उठाई क जाती ह,ै कोई यि धू पान नह करेगा और मर मत के िलए धमन पाइप वाला से िभ न या वलनशील कृित क या वत:

    विलत होनेवाली या अि या िव फोट पैदा करने या लगानेवाली व तु या पदाथ अनु ा त नह कये जाएंगे। (2) कसी ऐस े थान म या उसके िनकट, जहाँ वलनशील गैस के िसलडर का भरे जाते ह, या उनक धरा-उठाई क जाती ह,ै कोई भी यि कोई मािचस, यूज, मोबाइल फोन या चगारी उ प न करने या िव फोट के िलए, अ या सािध अपने क जे म नह रखेगा। 15. सधारण पवूावधािनया- (1) वा व और अ य फ टग सिहत िसलडर और इन िनयम के अधीन पहचान रंग सदवै अ छी दशा म अनुर ण कया जाएगा। (2) िसलडर के कसी वा व या उसक अ य फट ग म कोई तले या त समान नेहक का उपयोग नह कया जाएगा। (3) िनयम 12 और अनुसूची 4 के खंड ख 2(1)(ख) म यथा उपबि धत ह ैउसके िसवाए, कसी भी िसले डर का उ मोपचार नह कया जाएगा या उस ेउ च तापमान या धूप म नह रखा जाएगा या अ य कसी वलनशील या िव फोटक साम ी के साथ उसका भ डारण नह कया जाएगा।

  • 12 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]

    (4) संपीिडत गैस से भरे येक िसलडर का वा व भली कार ब द रखा जाएगा िजससे क रसन को रोका जा सके। िवत पे ोिलयत गैस और अ य त िवषैली गैस ,जैसे बोरन, ाइ लोराइड, काबन मोनो-आ साइड, लुओ रन, हाइ ोजन लोराइड,साइनोजन लोराइड, लोरीन ाइ लोराइड, हाइ ोजन साइनाइड, हाइ ोजन लोराइड , हाइ ोजन स फाइड,

    िमथील ोमाइड, नाइ ोजन टे ाआ साइड, लोरीन, अमोिनया या स फर डाइ आ साइड स ेभरे िसलडर म लगे वा व के िनगम दार पर गैस के रसन को रोकने के िलए सहायक साधन के प म काय करने के िलए सुर ा लग लगा होगा। (5) य द वा व से रसन को भराई वाली नली के नट या तकु को कसने से भी ना रोका जा सके तो िसलडर को ऐसे खुले थान म ल ेजाया जाएगा जहा ंवह जनजीवन और स पि के िलए कम स ेकम खतरनाक ह ैऔर भरणकता को सिूचत कया जाएगा और एलपीजी िसलडर के मामले म, सरु ा टोपी रसाव को रोकन ेउसक सरु ा कैप लगाई जाएगी और िसलडर एक खुली जगह म ल ेजाया जाएगा। 6) िवषा और सं ारक गैस के िलए िसलडर भरन े और भंडारण े म समिुचत िन भावीकरण या बग णाली उपल ध क जाएगी ।

    (7) िवषैले, सं ारक और वलनशील गैस भंडारण शेड म पया आपात ि थित स े िनपटने के उपकरण या कट और सुर ा मक उपकरण जैस,े हाथ के द तान,े गैस मा क, ास उपकरण, काल ेच म,ेगम बू स उपल ध कराए जाएंगे।

    (8) िवषा और सं ारक गैस भंडारण प रसर म चालन ि वच के साथ काय म अलाम उपल ध कया जाएगा ता क आपात ि थित म, ि वच ारा िनयं ण क म चेतावनी सुनी जा सक।

    16. दघुटना से बचाव के िलए िवशषे पवूाव धािनया- (1) कसी ऐस े थान म या उसके पास, जहां दाब के अधीन गैस का, िसलडर म भ डारण, धराई-उठाई या प रवहन कया जाता ह,ै कोई यि ऐसा कोई काय नह करेगा या करने का य न नह करेगा िजससे आग लग सके या िव फोट हो सके। (2) सपंीिडत गैस िसलडर का भ डारण करनेवाला और ऐसे गैस िसलडर के भ डारण, उनक उठाई-धराई और प रवहन का भारी या उसम लगा आ येक यि सभी समय पर—

    (क) इन िनयम के उपब ध का और उनके सबंंध म कसी अनु ि क शत का अनुपालन करेगा;

    (ख) अि या िव फोट स ेदघुटना को रोकने के िलए सभी पवूावधािनया ंबरतेगा; और

    (ग) उपिनयम(1) म िन द ट कोई काय करने स े कसी यि को िनवा रत करेगा।

    17. स म यि ही चालन का भारी होगा- इन िनयम के अधीन दी गई अनु ि को धारण करने वाला या उसके अधीन काय करन ेवाला येक यि , जब भी िसलडर भरे जाते ह, लाद ेजात ेह, उतारे जात ह, उनक परी ा या जांच क जाती ह,ै इन िनयम के उपब ध के अनुसार कसी भी उ त सं या को दखेन ेहते ु कसी स म और अनुभवी यि को उ त सं या के दौरान उपि थत रहने और इन िनयम के उपब ध के अनुसार ऐसी सं या का संचालन करने के िलए ितिनयु त करेगा। येक पारी म लगाए गए ऐस ेका मक के नाम, अहता और अनुभव क जानकारी लगातार भरण अनुमित पर िवचार करने के िलए मु य िनयं क या िनयं क को तुत क जाएगी।

    18. उठाई-धराई और उपयोग –(1) धरा-उठाई के दौरान िसलडर क पया तत: संभाल क जाएगी। (2) िसलडर को हटाते समय यथासंभव पया त मजबूत ािलय और े डल का उपयोग कया जाएगा। िसलडर वा व को कसी ित स ेबचान ेके िलए सावधानी बरती जाएगी।

    (3) िसलडर क धरा-उठाई सावधानीपूवक क जाएगी और वे एक दसूरे पर िगरन े नह दए जाएंगे या अ यथा उ ह अनाव यक ध का नह लगने दया जाएगा। (4) िसलडर को सरकाना, िगराना, उनस ेिखलवाड़ करना ितिष द ह।ै (5) िवत पे ोिलयम गैस िसलडर और वशील गैस से भरे िसलडर सदवै सीध ेरखे जाएंगे और उ ह इस कार रखा जाएगा क वे िगर नह ।

    (6) ैितज म यु त िसलडर को इस कार रखा जाएगा क वे लुढ़के नह । (7) वै ड करने, काटने और गम करने के समय उपयोग म लाए जानेवाले िसलडर के िसवाय , कसी भी िसलडर के ठीक समीप खुली लौ, काश, मोबाइल फोन, आग जलाना,वै ड करना और धू पान ितिष द ह।ै (8) अनु ि के योजन के िलए काय थल को भ डारण थान के प म वग कृत न ह कया जाएगा।

  • ¹Hkkx IIµ[k.M 3(i)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 13

    19. भरण पर िनब धन.-(1) वै ड कये गए िसलडर म कोई थायी उ च दाब वशील गैस या अ यंत िवषलैी गैस , जैसे, बोरन-द- ाइ लोराइड, काब नोल सायनोजन, हाइ ोजन सायनाइड, हाइ ोजन लोराइड, हाइ ोजन स फाइड नह भरी जाएगी:

    (2) िनयात के िलए संपीिडत गैस का िन न दाब पर भरण कया जाए, जो क अंतररा ीय मरेीटाईम डजरस गु स कोड (आयएमडीजी कोड) या इंटरनेशनल कैरेज ऑफ डजरस गु स बाय रोड (एडीआर) से संबंिधत समझौत ेके अनुसार तथा मु य िनयं क के पूवानमुोदन स ेसंपीिडत गैस का कम दबाव पर भरण कया जा सकता ह।ै

    (3) कोई भी िसलडर , िजसका उपयोग एक बार कोयला गैस, काबन मोनाआ साइड, संिपिडत बायोगैस, हाय ोजन, सीएनजी, कोल बेड मीथेन और मीथने के भ डारण और प रवहन के िलए कया जा चुका है, अ य कसी गैस के साथ, अ या गैस के साथ इन गैस के िम ण के िसवाय उपयोग म नह लाया जाएगा। (4) कसी भी िसलडर म ऐसी कोई गैस नह भरी जाएगी, िजसका रासायिनक तौर पर िसलडर स ेसंयोजन हो सकता ह ैिजसस ेइस कार उसक यो यता को खतरा उ प न हो सकता ह।ै 20. िसलडर या कासके स क लदाई,उतराई और प रवहन.- कसी संपीिडत गैस स े भरे िसलडर या कासके स का प रवहन, अनुसूची 6 म अिधकिथत उपबंधो का स यक प स ेअनुपालन करते ए और यथालागू अ य कानून के सुसगंत उपबंध का भी पालन करत े ए कया जाएगा।

    21. िसलडर का भ डारण –(1) िसलडर का भ डारण ठंड,े शु क, अ छा दत क तु भली कार संवाितत थल म तथा बायलर , खुली लौ, वा प पाइप या कसी ताप के िवभव उदगम से दरू कया जाएगा और ऐसे भ डारण के थान तक प चँ सुगमता से होगी। (2) भ डारण-क या शेड, अि रोधी सिंनमाण के ह गे। (3) पतली दीवाल वाले िसलडर जसै े िवत पे ोिलयम, गैस िसलडर और िवलीन गैस िसलडर िैतज ि थित म नह रखे जाएंगे। (4) वलनशील और िवषलैी गैस से भरे िसलडर एक दसूरे से अलग रखे जाएंगे और अ य कार क गैस वाल ेिसलडर स ेपया त दरूी पर या उपयु त िवभाजक दीवाल ारा अलग रखे जाएंगे। (5) िसलडर ऐसी प रि थितय म नह रखे जाएगें क वे सं ा रत हो सक। (6) िसलडर का वलनशील पदाथ के साथ भ डारण न ह कया जाएगा। (7) खाली िसलडर को भरे िसलडर से अलग रखा जाएगा और यह यान रखा जाएगा क सभी वा व कस कर ब द कर दए गए ह।

    22.िव तु सं थापन- िसलडर म वलनशील गैस के भरण और भ डारण के प रसर म सम त िव तु मीटर, िवतरण बोड, ि वच, युज, लग और साकेट, िव ुत ि थरलै प, सुवा हड लै प और मोटर, समय समय पर यथासंशोिधत आईएस या आईईसी-60079-1 या आईईसी-60079-11 (भारतीय मानक: आईएस 2148 के थान पर) और अ य कोई मानक के अनु प मु य िनयं क ारा यथा अनुमो दत वालासह कार क ह गी और उ ह भावी तौर पर भूयोिजत कया जाएगा। 23.गसै क शु दता- (1) संपीिडत गैसे ऐसी अशु दता स ेमु त ह गी जो िसलडर क धात ुको सं रत कर सकती ह या जो उसके साथ िव फोटक पदाथ बना सकती ह या जो गैस को अपघ टत या िव फो टत कर सकती ह। (2) गैस यथासभंव शु क रहगी और कसी भी दशा म जल िवत गैस को 00 सिे सयस तक ठंडा कया जाए तो जलीय व था के अलग होने क कोई सभंावना न हो। (3) कसी िसलडर म गैस, जैसे काबन मोनोआ साईड, कोयला गैस, हाइ ोजन या िमथेन, भरन ेके पवू गैस को हाइ ोजन स फाइड और अ य स यरुस अशुि दय स ेयथासा य मु त रखा जाएगा। गैस के सामा य ताप और दाब पर आ ता 0.02

    ाम घन मीटर से कम होगी। (4) गैस क शु ता मु य िनयं क ारा वीकृत ासिंगक भारतीय मानक के अनु प ह गी। 24. अि भािवत िसलडर.- (1) (क) अि भािवत िसलडर का उपयोग तब तक नह कया जाएगा जब तक क उसक उिचत परी ा और व थैितक परी ण या व थैितक ितबल क जांच न क गई हो।

  • 14 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]

    (ख) य द यह आशंका ह ै क अि क ताप या के कारण साम ी म हािनकारक सरंचना मक प रवतन हो गए ह, तो िसलडर का उिचत उ मोपचार कया जाएगा और उसके बाद िसलडर क , उपयोग म लान ेके पूव यथाि थित व थैितक जांच या व थैितक ितबल जांच क जाएगी।

    (2) ऐसे िवलीन ऐिसटीलीन िसलडर , जो अि से ित त हो गए ह, िन यो य हो जाएगें और उ ह कसी ऐसे यि जो िवलीन ऐिसटीलीन िसलडर क हथलाई म शािमल खतर से प रिचत ह और जो अनुपयोगी करन ेके दौरान िसलडर क आकि मक िव फोट से उ प होने वाली कसी ि थित से िनपटने म भी स म ह,ै ारा समिुचत पूवावधानी के साथ न ट करा दया जाएगा।

    ऐस ेिवलीन ऐिसटीलीन िसलडर , जो अि स े ित त हो गए ह, िन यो य हो जाएंगे और उ ह कसी अनभुवी और स म यि िजसे ारा समुिचत पूवावधानी के साथ न ट करा दया जाएगा।

    25. िसलडर का वािम व –संपीिडत गैस से भरे िसलडर का प रवहन तब तक नह कया जाएगा जब तक क उस ेिसलडर के वामी ारा या उसक िलिखत सहमित स ेन भरा गया हो।

    26.िसलडर का पुनपरी ण- ऐसे िसलडर , को िजसके िनयतकािलक पनुपरी ण का समय आ गया ह,ै तब तक भरा नह जाएगा और उसका प रवहन नह कया जाएगा जब तक ऐसा पुनपरी ण मु य िनयं क ारा मा य सिंहता के अनुसार ठीक ढंग स ेसंचािलत नह कया जाता।

    27. वामी का अिभलखे – िसलडर का वामी, िसलडर क आयुपय त यके िसलडर क बाबत िन निलिखत जानकारी का अिभलेख रखेगा.—

    (i) िसलडर के िनमाता का नाम और घूणन सं यांक;

    (ii) िविनदश सं याकं, िजसके अनसुार िसलडर का िविनमाण आ ह;ै

    (iii) मलू व थिैतक जांच या व थैितक ितबल जांच क तारीख या यूमे टक परी ण;

    (iv) िसलडर िविनमाता क जांच और िनरी ण माणप ;

    (v) मु य िनयं क ारा अनमुोदन प का सं याक और तारीख।

    28. िसलडर का सपं रवतन.- (1) िव िश ट गैस स े भरे जान े के िलए अिभक पना कये गए और अनुमो दत गैस िसलडर िनम् निलिखत के िसवाय कसी अ य गैस के भरने के िलए उपयोग म तब तक नह जाए जाएगें जब तक क मु य या िनयं क का िवशेष अनुमोदन अिभ ा त न ह कर िलया जाता ह;ै-

    परंत ु क समान िविनदश और िडजाइन के बने अ य गैस , आ सीजन और संपीिडत वायु िसलडर जो िनयम 26 के अनुसार मािणत ह,ै को मु य िनयं क क पूव अनुमित के िबना, उपयु त वा व लगान ेऔर उिचत पहचान रंग पट करने के प चात,

    आईएसओः11621 या मु य िनयं क ारा मा य अ य कोई सिंहता का पालन करते ए िसलडर के वामी के अनुमोदन से एक गैस से कसी अ य गैस के िलए संप रव तत कया जा सकेगा।

    परंत ुऐस ेसपं रवतन का उिचत अिभलेख गैस अिभकता और िसलडर के वामी ारा आव यकता पड़ने पर मु य िनयं क या िनयं क क परी ण के िलए रखा जाएगा।

    (2) संप रवतन के िलए इ छुक कोई यि मु य िनयं क को िन निलिखत द तावेज तुत करेगा, अथात:-

    (i) यह उपद शत करने वाला द तावेजी सा य क िसलडर उसके ारा य कए गए ह;

    (ii) पूव म िसलडर के भरण क अनुमित दनेवेाल ेप क अिध मािणत ित;

    (iii) बढ़ते म म िसलडर के िविनमाता क म सं याकं द शत करनवेाला दो ितय म एक िववरण;

    (iv) इस बात का माणप क िसलडर को पूव म कसी अ य गैस सेवा के िलए संप रव तत नह कया गया था;

    (v) अनसुूची 5 म यथािविन द ट संवी ा फ स।

  • ¹Hkkx IIµ[k.M 3(i)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 15

    अ याय 3 िसलडर , वॉ व और एलपीजी रेगुलटेर का आयात

    भाग-I

    साधारण

    29. गैस िसलडर के आयात के िलए अनु ि –(1) कोई भी यि सपंीिडत गैस भरने या भरे जाने के िलए आशियत कसी गैस िसलडर का इन िनयम और िवदेश यापार(िवकास और िविनयम) अिधिनयम, 1992 (1992 का 22) के सुसगंत उपबंध के अधीन अनुद अनु ि क शत के अधीन और उसके अनुसार ही आयात करेगा अ यथा नह ।

    (2) कोई भी यि गैस िसलडर पर लगाने के िलए आशियत कसी वॉ व और एलपीजी रेगुलेटर का आयात इन िनयम के अंतगत जारी अनुमोदन क शत के अधीन या अनुद अनु ि के अनुसार ही करेगा, अ यथा नह ।

    (3) िसलडर का आयात करने वाल े ि के पास आपात काय योजना और िशि त तकनीक मानवशि सिहत आव यक बुिनयादी ढांचा, हथलाई, प रवहन और भंडारण क सिुवधा उपल ध रह।


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